बिहार बोर्ड ने इंटर की परीक्षा की शुरुआत 1 फरवरी को की थी, और इस परीक्षा की योजना बोर्ड ने कदाचार और मुक्त परीक्षा लेने के लिए की थी। हालांकि, पहले दिन प्रथम पाली की गणित की परीक्षा का पेपर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसके बाद से छात्रों में आफरा-तफरी और परीक्षा की रद्दी के डर की आवाजें बढ़ी हैं।
गणित के पेपर की समीक्षा में कुछ छात्रों ने व्याख्या की कि पेपर में कुछ प्रश्न अच्छे तरीके से समझाए नहीं गए थे और इससे उनका मनोबल कमजोर हो रहा है। सोशल मीडिया पर हुआ यह वायरल होने के बाद, छात्रों में उत्सुकता और उत्साह की कमी हो रही है और कुछ छात्र इसे एक तरह के बुरे संकेत के रूप में ले रहे हैं।
इस सम्बंध में शिक्षा निदेशालय ने एक बयान जारी किया है कि उन्होंने सभी केंद्रों को तैयार किया है और पूरी कोशिश की जा रही है कि परीक्षा सुरक्षित और नियमित रूप से हो सके। छात्रों को ध्यान देने के लिए एक संख्यात्मक समाचार पत्र जारी किया गया है, जिसमें उन्हें परीक्षा में शामिल होने से पहले कुछ महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं।
इस उत्तरप्रदेश बोर्ड की परीक्षा में उत्सुकता और चुनौती के बावजूद, शिक्षा निदेशालय ने सुनिश्चित किया है कि छात्रों को न्यायपूर्ण और विश्वसनीय मौका मिलेगा और उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी या चिंता की आवश्यकता नहीं है।
13 लाख छात्र छात्रा शामिल ।/13 lakh students are participating.
बिहार बोर्ड द्वारा आयोजित इंटर वार्षिक परीक्षा एक फरवरी (बुधवार) से शुरू होगी। इस वर्ष, राज्य भर में 1464 परीक्षा केंद्र तैयार किए गए हैं जो छात्रों को उच्च शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाने में मदद करेंगे।
परीक्षा में इस बार कुल 13 लाख 18 हजार 227 परीक्षार्थी शामिल हैं, जिनमें 6,81,795 छात्र और 6,36,432 छात्राएं हैं। इस परीक्षा की तैयारी के लिए छात्र-छात्राएं दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और इसमें शामिल होने का एक बड़ा संकल्प कर चुके हैं।
प्रतिदिन दो पालियों में आयोजित होने वाली परीक्षा में प्रत्येक केंद्र पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है ताकि पूरी तरह से सुरक्षित और नियमित रूप से परीक्षा आयोजित की जा सके।
परीक्षा संबंधित सारी सुविधाओं की सुनिश्चितता के लिए बिहार बोर्ड ने 31 जनवरी से 11 फरवरी तक कंट्रोल रूम को खोला है, जिससे छात्रों को चिंता के बिना परीक्षा देने में समर्थ हो सके। इसके साथ ही, बोर्ड ने एक संख्यात्मक समाचार पत्र भी जारी किया है जिसमें परीक्षार्थियों को परीक्षा से पहले कुछ महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए हैं जो उनकी सुरक्षा और सफलता की दिशा में हैं।

पहले दिन गणित का परीक्षा ।/The first day is the mathematics examination.
बिहार बोर्ड ने 1 फरवरी को प्रथम पाली में इंटर गणित की परीक्षा का आयोजन 9:30 बजे से किया था, लेकिन इस परीक्षा से एक घंटा पहले ही सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र आउट हो गया। इसके कारण बच्चों में डर का माहौल बन गया है कि परीक्षा रद्द हो सकती है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
अधिकारियों ने बताया है कि परीक्षा के बाद पेपर से मिलान किया जाएगा, और यदि सही होता है, तो रिजल्ट घोषित किया जा सकता है, या फिर मैच नहीं करने पर परीक्षा को रद्द नहीं किया जाएगा। छात्रों और उनके अभिभावकों को समझाया जा रहा है कि प्रश्नपत्र का आउट हो जाना सामाजिक मीडिया पर हो रही भ्रांतियों और गलतफहमियों के कारण हुआ है और उन्हें धैर्य रखने के लिए कहा जा रहा है।
सरकारी अफसरों ने साफ किया है कि परीक्षा को रद्द करने का कोई प्रस्ताव नहीं है और परीक्षार्थियों को उनकी तैयारी पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी जा रही है। इस घड़ी में छात्रों को शांति और आत्म-नियंत्रण बनाए रखने का सुझाव दिया जा रहा है ताकि उन्हें अपनी परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने में समर्थ हो सके।
सबसे पहले पेपर कहां से आउट हुआ ।/Where did the paper first leak from?
इंटर परीक्षा के पहले दिन, गणित का प्रश्न पत्र सबसे पहले मोतिहारी जिले से लीक हुआ है। जिले में 54 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जा रही है। सुबह 9:30 बजे परीक्षा शुरू होने से पहले ही यहां प्रश्न पत्र का लीक होना शुरू हो गया था। परीक्षा केंद्र के बाहर, परीक्षार्थी लीक हुए प्रश्न पत्र की समीक्षा करते हुए देखे गए। इस वायरल प्रश्न पत्र की खबर ने प्रशासन को भी सुचित कर दिया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि जांच की जा रही है और इस मामले में जिम्मेदारीपूर्ण कदम उठाए जाएंगे। जांच के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
मुजफ्फरपुर में परीक्षा शुरू होने के दस मिनट बाद ही पेपर का वायरल होना बड़ी चिंता का कारण बन गया है। प्रशासन ने छात्रों और उनके अभिभावकों को शांति बनाए रखने का सुझाव दिया है और उन्हें यह आश्वासन दिया है कि उचित कदमों के साथ इस मामले का समाधान होगा। प्रशासन ने इस मामले में जांच करने का आदान-प्रदान किया है और निर्णय से पहले सम्पूर्ण प्रक्रिया को ध्यानपूर्वक संचालित कर रहा है।
मोतिहारी के बाद, मुजफ्फरपुर में गणित का प्रश्न पत्र तुरंत ही वायरल हो गया। परीक्षा शुरू होने के तुरंत बाद सुबह 9:40 बजे, जिले में प्रश्न पत्र का वायरल होने की खबरें आ रही हैं। छात्रों के बीच में इस खबर का समर्थन हो रहा है कि प्रश्न पत्र वायरल हो गया है, लेकिन यह तय करना कि यह सही है या गलत, एक मुश्किल काम है। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों पर स्टूडेंट्स ने प्रश्न पत्र को साझा किया और इस पर अपने विचार व्यक्त किए।
छात्रों का कहना है कि वे परीक्षा में उत्साहित थे, लेकिन इस प्रकार के संघर्ष की खबर से उनमें चिंता बढ़ गई है। इस वायरल होने की खबर ने अनेक छात्रों को परीक्षा की चिंता में डाल दिया है, जिससे उन्हें सही से परीक्षा देने में कठिनाई हो रही है। प्रशासन ने इस मामले की जांच के लिए कदम उठाने का आदान-प्रदान किया है और उचित निर्णय की जल्दी से प्रारंभ की जाएगी। छात्रों को शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने सुझाव दिया है और उन्हें आश्वासन दिया है कि कोई भी ऐसा कदम उठाया जाएगा जो छात्रों के अधिकारों को ठीक तरीके से सुरक्षित करेगा।
disclaimer
आपको बता दें कि आधिकारिक तौर पर अभी तक परीक्षा कैंसिल होने की घोषणा नहीं की गई है, इसलिए यह बच्चों को सिर्फ सूचित करने के लिए है कि वे अपनी परीक्षा में ध्यान दें। परीक्षा में पेपर आउट होने की सत्यता की जांच अधिकारी पदाधिकारियों के द्वारा की जाएगी, और इसके पश्चात्, क्या परीक्षा होगी या नहीं, यह निर्णय शिक्षा विभाग के द्वारा किया जाएगा। हम आपको सुझाव देते हैं कि छात्रों को शांत रहने की कोशिश करें, और किसी भी संदिग्ध या अस्पष्ट स्थिति में स्थानीय शिक्षा अधिकारियों से सहायता प्राप्त करें। यह एक अस्थायी स्थिति है और अधिकारियों का निर्णय आधिकारिक सूचना के बाद ही होगा।
frequently asked questions
1. पहले दिन गणित का पेपर कैसे वायरल हुआ?
इंटर बिहार बोर्ड परीक्षा 2023 के पहले दिन, गणित का पेपर वायरल होने की खबर सोशल मीडिया पर गूंथी गई जिससे यह वायरल हो गया।
2. क्या गणित का पेपर सही है?
इस समय सहीता की कोई पुष्टि नहीं हुई है, और इस पर आधिकारिक रूप से तय नहीं किया गया है।
3. क्या परीक्षा रद्द हो सकती है?
आधिकारिक रूप से अभी तक परीक्षा की रद्द होने की कोई घोषणा नहीं की गई है।
4. क्या प्रश्न पत्र वायरल होने के बाद छात्रों को परेशानी हो सकती है?
छात्रों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग और बोर्ड उचित कदम उठाएंगे।
5. परीक्षा के बाद पेपर से मिलान कैसे होगा?
परीक्षा के बाद पेपर से मिलान अधिकारियों द्वारा किया जाएगा और अगर सही रहता है तो ही आगे की कदम चलेंगे।
6. क्या पेपर आउट होने पर परीक्षा रद्द हो सकती है?
अभी तक ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है और यह विभागीय निर्णय पर निर्भर करेगा।
7. क्या छात्र शिकायत दर्ज कर सकते हैं?
हां, छात्र यदि किसी अनियमिती का सामना कर रहे हैं, तो उन्हें शिकायत दर्ज करने के लिए अधिकार हैं।
8. पेपर आउट होने पर कौनसे कदम उठाए जाएंगे?
यदि पेपर आउट होता है, तो उचित जाँच के बाद ही कोई निर्णय किया जाएगा।
9. क्या पेपर आउट होने पर बच्चों को कोई सुचना मिलेगी?
छात्रों को उचित सुचना दी जाएगी और उन्हें समर्थन प्रदान किया जाएगा।
10. कहां से जानकारी प्राप्त करें?
छात्र बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट और स्थानीय शिक्षा अधिकारियों से आधिकारिक नवीनतम सुचना प्राप्त कर सकते हैं।
conclusion
इंटर बिहार बोर्ड परीक्षा 2023 के पहले दिन हुए घटनाक्रमों ने छात्रों को अनिरास्रस्त कर दिया है, जहां गणित का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने की चर्चा हो रही है। हालांकि, इस समय तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है और बोर्ड उचित जाँच के बाद ही कोई निर्णय करेगा। छात्रों को सही और सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए उन्हें बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट और स्थानीय शिक्षा अधिकारियों के साथ जुड़े रहना चाहिए। इस समय में, हम सभी छात्रों को आत्मविश्वास बनाए रखने और धैर्य बनाए रखने की सलाह देते हैं, ताकि वे परीक्षा के छोटे-बड़े चुनौतियों का सामना कर सकें। बोर्ड जल्दी ही सही निर्णय पर पहुंचेगा और सभी छात्रों को न्यायपूर्ण और सुरक्षित परीक्षा प्रदान करने के लिए पूरी तरह से सकुशल रूप से कार्रवाई करेगा।